साफ हुआ गर्भगृह, अब मंदिर की तैयारी...रामलला के पास पहुंचे हनुमान!


अयोध्या में भगवान रामलला (Ram Mandir) के अस्थायी गर्भगृह में हनुमान जी की नई मूर्ति स्थापित गई है और पुरानी खंडित मूर्ति को सरयू में विसर्जित कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ गर्भगृह स्थल में लगे टेंट को हटाकर साफ -सफाई का काम भी पूरा कर लिया गया है। अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Sri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) के सदस्य लॉकडाउन के हटने और स्थिति सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। इसी के बाद गर्भगृह की भूमि को समतल कर नए मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।


जानें, दो मूर्तियों का किस्सा


रामलला के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक, ढांचा ध्वंस के बाद 1 मार्च 1992 को उन्हें रामलला की पूजा-अर्चना करने का सौभाग्य मिला। इसी दौरान उन्होंने देखा कि गर्भगृह में प्राचीन हनुमान जी की दो मूर्तियां है। एक संगमरमर से बनी 2 फिट की और दूसरी पत्थर से बनी 1 फिट की। छोटी मूर्ति खंडित है। इसकी जानकारी तुरंत रिसीवर को दी गई, लेकिन उन्होंने उसे हटाने की अनुमति नहीं दी। न्यायालय के आदेश से गर्भगृह में रखी सभी मूर्तियों का निरीक्षण कर उनकी गणना अधिकारी रोजाना करते थे। अब रामलला के अस्थायी मंदिर में विराजमान होने के बाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों को इस बात से अवगत कराया गया तो जगतगुरु स्वामी वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर और दो वैदिक आचार्यों की मौजूदगी में पत्थर से बने लगभग 4 इंच के हनुमान जी को वैदिक रीति- रिवाज से श्रीरामलला के बगल में स्थापित किया गया।




हटवा दिया गया गर्भगृह का वह टेंट


28 साल बाद रामलला के गर्भगृह में लगा टेंट भी हटा दिया गया है। सहायक पुजारी आचार्य संतोष मिश्र ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने अस्थायी रामलला को विराजमान कराने के साथ ही गर्भगृह की सफाई भी शुरू करा दी।




...और शुरू होगा राम मंदिर निर्माण


आचार्य संतोष मिश्रा के मुताबिक, अब गर्भगृह का स्थल पूरी तरह साफ हो चुका है। कोरोना वायरस से देश के हालात सामान्य होने के बाद मंदिर का निर्माण भी शुरू हो जाएगा।